कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,*

*कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,* 
*कभी तपती धूप में जल कर देख लेना,*
*कैसे होती है हिफाज़त मुल्क की,*
*कभी सरहद पर चल कर देख लेना।*

*आओ झुककर सलाम करें उन्हें,*
*जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है*
*खुशनसीब होता है वो खून,*

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