*अपने व्यक्तित्व की पिचकारी से सब पर स्नेह और भाईचारे का पक्का रंग फैला दो। होली का स्लोगन यही कहता है बुरा न मानो।*. happy holi

.

*होली जैसा उत्सव पृथ्वी पर खोजने से न मिलेगा। रंग गुलाब है।आनंद उत्सव है।    तल्लीनता का,  मदहोशी का,  मस्ती का,   नृत्य का, नाच--का--बड़ा सत्संगी उत्सव है।    हँसी के फव्वारों का, उल्लास का महोत्सव है।   ऐसा नृत्य करता उत्सव पृथ्वी पर कही भी नहीं है* 

*अपने व्यक्तित्व की पिचकारी से सब पर स्नेह और भाईचारे का पक्का रंग फैला दो। होली का स्लोगन यही कहता है बुरा न मानो।*

 *तो बस कभी किसी का बुरा न मानकर, सबसे जुड़कर रहो। चाहे सोशल मीडिया के माध्य्म से ही उन लोगों को जरूर गुलाल लगाओ, स्नेह का टीका करो, विश करो जिनसे रिश्ता कट है या जिनसे नहीं बनती या जिनके लिये गलत विचार आते हैं।* 

*पूर्णिमा का चाँद, रंगो की डोली, आपसे आपकी इच्छाएं बोली, खुशियों से भरे आपकी झोली, मुबारक हो, आपको रंग-बिरंगी होली।* 

 *🕉️ D🔱जय महादेव🔱J 🕉️*

Comments